देखो देखो होली आईं तन को मन को प्यार के नीले - पीले ! देखो देखो होली आईं तन को मन को प्यार के नीले - पीले !
डिजिटल दुनिया में आदमी के अन्दर का आदमी बचा नहीं डिजिटल दुनिया में आदमी के अन्दर का आदमी बचा नहीं
मन में ना है जोश किसी के ना आँखों में पानी है मन में ना है जोश किसी के ना आँखों में पानी है
हम सब मिलकर इस महामारी को हराएंगे हम सब मिलकर इस महामारी को हराएंगे
वास्तविकता से इंसान दूर जा रहा है, सारे रिश्ते अब मोबाइल से निभा रहा है, वास्तविकता से इंसान दूर जा रहा है, सारे रिश्ते अब मोबाइल से निभा रहा है,
मित्रता में जब तक विचारों का मेल नहीं होगा तब तक मित्रता बैसखियों पर रेंगती चलती रहेगी। मित्रता में जब तक विचारों का मेल नहीं होगा तब तक मित्रता बैसखियों पर रेंगती चलती...